नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह ने कहा- हिंद महासागर में चीन की गतिविधियों पर हमारी नजर
'भारतीय नौसेना के लिए 50 पनडुब्बियों और युद्धपोतों का निर्माण हो रहा, इनमें से 48 स्वदेशी होंगे'
नई दिल्ली. नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह ने कहा है कि आम तौर पर हिंद महासागर में चीन के 7-8 जहाज मौजूद रहते हैं। उन्होंने मंगलवार को नई दिल्ली में नौसेना दिवस प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि भारतीय नौसेना को फिलहाल तीन एयरक्राफ्ट कैरियर युद्धपोत की जरूरत है। ऐसा होने पर नौसेना के दो युद्धपोत हमेशा गश्त करते रहेंगे। मौजूदा समय में भारत के पास सिर्फ एक विमान वाहक पोत आईएनएन विक्रमादित्य है, जो रूस में निर्मित है। उन्होंने कहा कि हिंद महासागर क्षेत्र में चीन की गतिविधियां लगातार बढ़ रही है और इस पर हमारी नजर बनी हुई है। हम इस क्षेत्र में समान विचारों वाले राष्ट्र के साथ मिलकर काम करने को तैयार हैं।
उनका यह बयान ऐसे समय में आया है जब चीन हिंद महासागर में अपना विस्तार करने की कोशिश कर रहा है। पड़ोसी मुल्कों से मिलने वाली चुनौतियों पर उन्होंने कहा कि क्षेत्र के किसी अन्य सेना की गतिविधि का हम पर प्रभाव नहीं पड़ना चाहिए। भारतीय नौसेना किसी भी चुनौती से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। भारत हिंद महासागर में शांति कायम करने में अहम भूमिका निभा रहा है।
2022 तक मिलेगा स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर पोत
नौसेना प्रमुख ने कहा कि 2022 तक भारतीय नौसेना के बेड़े में स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर पोत शामिल हो जाएगा। यह मिग-29 विमानों के साथ युक्त होगा। उन्होंने कहा कि भारत के 50 युद्धपोतों और पनडुब्बियों का निर्माण जारी है। इनमें से 48 स्वदेशी हैं और भारतीय शिपयार्डों में तैयार किए जा रहैं। नौसेना लंबी अवधि के लिए तीन एयरक्राफ्ट कैरियर पोत बेड़े में शामिल करने की योजना बना रहा है। हम सोचते हैं कि ये 65,000 टन के और इलेक्ट्रोमैग्नेटिक प्रोपल्सन जैसी तकनीक से युक्त हों।
नौसेना के बजट में कटौती पर चिंता प्रकट की
एडमिरल सिंह ने नौसेना के लिए रक्षा बजट बढ़ाने की मांग की। नौसेना के आधुनिकीकरण के बारे में उन्होंने कहा कि यह तथ्य है कि 2012-13 में नौसेना के 18 % राशि आवंटित की जाती थी। लेकिन,2018-19 में यह राशि घटाकर 13% कर दी गई है। नौसेना जल्द ही नई परियोजाओं की मंजूरी के लिए भारत सरकार से संपर्क करेगा। नौसेना ने बल के आधुनिकिकरण के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय को पत्र लिखकर अतिरिक्त राशि भी मांगी है। उम्मीद है कि हमें कुछ और फंड मिलेगा।